!! राम !!
Wednesday, March 14, 2012
श्रीरामपूर्वतापनीय उपनिषद
इति रामपदेनासौ परंब्रह्माभिधियते ।।
(- श्रीरामपूर्वतापनीय उपनिषद १।६ )
जिस अनन्त, नित्यानन्द और चिन्मय परमब्रह्म में योगी लोग रमण करते हैं, उसी राम पद (शब्द) से परमब्रह्म प्रतिपादित होता है, अर्थात राम नाम हीं परमब्रह्म है |
1 comment:
Naitik
June 10, 2022 at 7:22 AM
Jay Shree Raam
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Jay Shree Raam
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